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सुशी बनाना हमेशा तुम्हारे लिए एक रहस्य रहा है? तो यहाँ हम कम से कम सुशी की तैयार करने के एक रहस्य से पर्दा उठाते हैं: यानी कि तुम सुशी-चावल कितनी आसानी से खुद बना सकते हो। क्योंकि सुशी-रोल्स की मजबूती और गुणवत्ता चावल पर ही निर्भर करती है। अगर यह चावल बिखर जाए, तो रोल्स भी निश्चित ही तुम्हारे हाथों में या प्लेट पर बिखर जाएंगे।
खास तौर पर महत्वपूर्ण: सही चावल
सुशी-चावल हर एक चावल की किस्म से नहीं बन सकता! सभी छोटी ग्रेनों वाले चावल (सफेद या भूरे) इसके लिए अच्छे माने जाते हैं; आदर्श रूप से यह जापानी चवाल होना चाहिए। इसमें एक अलग ही बनावट होती है और यह सामान्य चावल की तुलना में थोड़ा ज्यादा चिपचिपा होता है। लंबे दाने वाले चावल या जैस्मिन चावल सुशी के लिए उपयुक्त नहीं हैं। वैसे महंगा "स्पेशल सुशी चावल" भी अक्सर जरूरी नहीं होता!
साथ ही ध्यान दें: जब जापानी रेसिपी में "सुशी-चावल" की बात होती है, तब इसका मतलब हमेशा उन छोटे दानों वाले चावलों से है, जिन्हें सुशी-विनेगर के साथ मिलाया गया है।
सुझाव: वैसे आजकल ऐसे भी राइस कूकर[/link][/link] आते हैं जिनमें सुशी-चावल के लिए अलग से सेटिंग होती है। अगर तुम्हारे राइस कूकर[/link][/link] में यह सेटिंग नहीं है, तो चिंता की बात नहीं! सामान्य मोड में बने चावल को भी आसानी से परफेक्ट सुशी-चावल में बदला जा सकता है!

चावल में सिरका डालना क्यों जरूरी है?
सुशी की खोज मूल रूप से मछली को संरक्षित करने के लिए हुई थी! मछली को फर्मेंट किए हुए चावल में लपेटा जाता था, और खाने से पहले उस फर्मेंटेड चावल को फेंक दिया जाता था। सन 1300 के आसपास जापानियों ने धीरे-धीरे सामान्य चावल का इस्तेमाल करना शुरू किया, जिसमें उन्होंने लंबे समय तक टिका रहे इसके लिए सिरका मिला दिया। नतीजा था, चावल और मछली का एक बेहतरीन स्वादिष्ट मेल। और भले ही आज सिरके की जरूरत लंबी समय तक टिकाने के लिए न हो, लेकिन यह चावल को यूमामी जैसा स्वाद जरूर देता है!
परफेक्ट सुशी-चावल के लिए उपयोगी सुझाव
- चावल और पानी की मात्रा बिल्कुल सटीक नापें (सबसे अच्छा है मापने वाले कप से)
- जब चावल पक रहा हो तो उसे ना हिलाएं
- चावल पक जाने के बाद कुछ देर उसे छोड़ दें, ताकि वह बाकी तरल को भी सोख सके
- सुशी-चावल को राइस कूकर[/link][/link] या फिर गैस पर दोनों तरह से बनाया जा सकता है।
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